ओशो आश्रम
ओशो आश्रम गाडरवारा शहर में शक्कर नदी के तट पर स्थित है आश्रम के बगल में एक घाट है जिसे गुर्रा घाट कहा जाता है। गाडरवारा रजनीश ओशो (चंद्र मोहन जैन) का बचपन का स्थान है। ओशो आश्रम वह स्थान है जहां ओशो आते थे और ध्यान करते थे और 14 साल की उम्र से तपस्या करते थे। इसलिए, यह स्थान जबरदस्त ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है। आश्रम को चारों ओर हरियाली है जो इसे एक सर्वोत्कृष्ट ध्यान स्थान बनाता है।
आश्रम के अलावा घाटों पर कुछ संरचनाओं के खंडहर दिखाई देते हैं। यह खंडहर जगदीश मंदिर या शिव मंदिर का बताया जाता है जहां ओशो ध्यान किया करते थे।
फोटो गैलरी
कैसे पहुंचें:
वायु मार्ग
निकटतम हवाई अड्डा जबलपुर एयरपोर्ट (IATA: JLR, ICAO: VAJB) है, जिसे डुमना एयरपोर्ट के नाम से भी जाना जाता है। गाडरवारा से इसकी दूरी लगभग 161 KM है।
ट्रेन द्वारा
गाडरवारा रेलवे स्टेशन पश्चिमी मध्य रेलवे क्षेत्र में है। इसका रेलवे कोड GAR है। इटारसी जंक्शन (डाउन साइड) से 140 KM और जबलपुर जंक्शन (अप साइड) से 155 KM दूर है।
सड़क मार्ग
यह गाडरवारा तहसील मुख्यालय से लगभग 35 किलोमीटर दूरी पर स्थित है ।